हम मांगते हिंदुस्तान
लेकर इसका नाम
सम्मुख लाते है पिता के, नाम से यीशु के
न मांगते हम धन को, न चाहते हे लाभ
हम मांगते हिंदुस्तान, ले कर इसका नाम
हम मांगते छुटकारा, सब आत्माओं का
जो भटके और दूर है, यीशु तेरे बिन
नजरों से हम तेरी, उनको देखें
उन खोये हुओं को, तेरे पास हम लाएं
हम मांगते भूखों को, अन्धो लंगड़ों को
मांगते कौड़ियों को, आवर लाचारों को
हम देखते है भीड़ को, देखता तू हर एक को
तू देखता हर दिल में, मुक्ति की ख्वाइश को
ये त्यागें न जाये, नहीं सरम से झुके
ओह! ये यीशु को जाने, न्याय के समय
नग्न पाया न जाये, दिखे श्वेत परिधान में
जब खड़ा है ये यीशु के, सिंघासन के सामने
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